कल (4 नवम्बर, 2105) को राष्ट्रपति भवन में आयोजित किए जाने वाला पहला कुलाध्यक्ष सम्मेलन उद्योग और शैक्षिक समुदाय के बीच संवाद सत्र, 44 समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान तथा प्रख्यातजनों के व्याख्यानों से आरंभ होगा।
संवाद सत्र में, श्री सुमित मजूमदार, अध्यक्ष, भारतीय उद्योग परिसंघ, सुश्री शोभना कामीनेनी, उपाध्यक्ष, भारतीय उद्योग परिसंघ, प्रो. एस.के. सोपोरी, कुलपति, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, प्रो. देवांग वी. खाखर, निदेशक, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे तथा डॉ. स्वप्न भट्टाचार्य, निदेशक, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कर्नाटक के सूरतकल शामिल होंगे।
नोबेल पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी, भारत रत्न, प्रो. सी.एन.आर. राव तथा भारत के अग्रणी कृषि वैज्ञानिक प्रो. एम.एस. स्वामीनाथन द्वारा व्याख्यान दिए जाएंगे।
राष्ट्रपति की उपस्थिति में उद्योग और शैक्षिक समुदाय के बीच 44 समझौता ज्ञापनों का आदान-प्रदान किया जाएगा।
राष्ट्रपति ने विगत तीन वर्षों के दौरान केंद्रीय विश्वविद्यालयों, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों तथा अन्य संस्थानों के वार्षिक सम्मेलन आयोजित किए हैं। सभी केंद्रीय उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच सहयोग स्थापित करने के लिए इस वर्ष इन सभी को एक त्रिदिवसीय ‘कुलाध्यक्ष सम्मेलन’ में समाविष्ट कर दिया गया है।
कुलाध्यक्ष सम्मेलन की कार्यसूची में (क) विश्व के शीर्षस्थ संस्थानों के समकक्ष लाने के लिए संस्थानों की उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारना (ख) संकाय का क्षमता विकास (ग) सतत और समावेशी विकास के लिए समुदाय और समाज के साथ उच्च शिक्षा संस्थानों का संयोजन (घ) उच्च शिक्षा के माध्यम से लैंगिक समानता और सांस्कृतिक समावेशन को प्रोत्साहन शामिल हैं।
सम्मेलन के सहभागियों में केंद्रीय विश्वविद्यालय, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय विज्ञान संस्थान, बंगलौर, भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान, अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, राष्ट्रीय औषधीय शिक्षा और अनुसंधानों, राष्ट्रीय फैशन प्रौद्यागिकी संस्थान, भारतीय इंजीनियरी विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान, शिबपुर, राजीव गांधी पेट्रोलियम प्रौद्योगिकी संस्थान, रायबरेली, राजीव गांधी राष्ट्रीय युवा विकास संस्थान, श्री पेरुम्बुदुर तथा योजना तथा वास्तुकला विद्यालय, भोपाल और नई दिल्ली शामिल हैं।
यह विज्ञप्ति 1940 बजे जारी की गई।