भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (04 मार्च 2014) राष्ट्रपति भवन, ऑडिटोरियम में हेल्थकेयर एलायंस की संस्तुतियां प्राप्त की।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि आज इस बात की जरूरत है कि सभी स्टेकधारक बेहतर स्वास्थ्य सेवा सुपुर्दगी प्रणाली के साझे लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अधिक बेहतर तालमेल करें। यह जरूरी है कि इस तथ्य को नजरअंदाज न किया जाए कि स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण प्रेरक शिक्षा है। सार्वजनिक तथा निजी सेक्टरों के बीच साझीदारी के नवान्वेषी मॉडलों से भारत में हालात सुधार सकते हैं तथा इससे विकसित दुनिया के लिए एक अंतदृष्टि भी प्राप्त होती है। चिकित्सा सूचना तथा सेवा की पहुंच को मजबूत बनाने में सूचना एवं संचार प्रौद्योगिक एक सशक्त सहायक हो सकती है। उन्होंने कहा कि हमारी स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों को इस क्षमता का पूर्ण उपयोग करने के लिए तैयारी करनी होगी। जैसा कि पोलियो के विरुद्ध हमारी लड़ाई ने दिखाया है, सामूहिक प्रयासों के हैरतअंगेज परिणाम प्राप्त हुए हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि पूरे विश्व के प्रमुख स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं द्वारा हमारी परंपरागत स्वास्थ्य प्रणाली के हैरतअंगेज परिणामों के वायदों की जांच की जा रही है। इस दिशा में और आगे कार्य करते हुए संभवत: हम नये युग की बीमारियों के लिए नए उपचार ढूंढ सकते हैं। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों से आग्रह किया कि वे सभी में स्वस्थ जीवन के लिए सभी में ललक जगाना अपना ध्येय बना लें।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्ति में श्री गुलाम नबी आजाद, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री तथा डॉ प्रताप सी रेड्डी, अध्यक्ष अपोलो हॉस्पीटल समूह शामिल थे।
यह विज्ञप्ति 1900 बजे जारी की गई।