भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि संपूर्ण हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थाईत्व भारत और मॉरिशस दोनों का साझा उद्देश्य है। दोनों देश समुद्री डाकुओं की साझा चुनौती का सामना कर रहे हैं जिसे सभी प्रभावित समुद्र तटवर्ती देशों के सामूहिक प्रयासों से ही खत्म किया जा सकता है। वह 4 जनवरी, 2013 को मॉरिशस गणराज्य के राष्ट्रपति, श्री राजकेश्वर प्रयाग के सम्मान में आयोजित रात्रि भोज के अवसर पर बोल रहे थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और मॉरिशस के बीच, दोनों देशों की जनता के प्रगाढ़ संबंधों की बुनियाद के कारण विशिष्ट गर्मजोशी और मैत्री मौजूद है। भारत और मॉरिशस के बीच सहयोगपूर्ण चिरकालिक संबंध आज एक आधुनिक और जीवंत साझीदारी के रूप में विकसित हो गए हैं, जिसमें दोनों पक्षों के प्रमुख सेक्टर शामिल हैं। हमारी दोनों अर्थव्यवस्थाओं के बीच मजबूत सहयोग और अनुपूरकताएं दर्शाती हैं कि विशेष तौर से व्यापार, निवेश, विकासात्मक तथा अवसंरचना सेक्टर में अभी भी विशाल संभावनाएं बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि मॉरिशस की प्रगति और समृद्धि के प्रति भारत की मजबूत प्रतिबद्धता है।
यह विज्ञप्ति 1000 बजे जारी की गई