भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने मंगल परिक्रमा मिशन ‘मंगलयान’ के सफलतापूर्वक परिक्रमा पथ पर स्थापित होने पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को बधाई दी है।
इसरों के अध्यक्ष, डॉ. के. राधाकृष्णन को प्रेषित एक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा है, ‘‘मैं आपको और आपकी टीम को मंगल परिक्रमा मिशन ‘मंगलयान’ के, लगभग नौ माह की यात्रा के बाद, सफलतापूर्वक परिक्रमा पथ पर स्थापित होने पर बधाई देता हूं।
इस सफलता से भारत एशिया का ऐसा पहला देश तथा इसरो ऐसी चौथी अंतरिक्ष एजेंसी बन गयी है जिसने लालग्रह पर उपग्रह भेजा है। इसरो प्रथम प्रयास में मंगलयान के परिक्रमा पथ में प्रवेश करने वाली पहली एजेंसी बन गई है।
देश को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर गर्व है जिसने एक बार फिर से भारत की अंतरिक्ष क्षमताओं को दिखा दिया है। मुझे उम्मीद है कि इस खोज से, जो हमारे अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक महत्त्वपूर्ण मील का पत्थर है,हमारे वैज्ञानिकों को और अधिक प्रगति करने के लिए प्रेरणा मिलेगी।
कृपया वैज्ञानिकों, इंजीनियरों, प्रौद्यागिकीविदों की अपनी टीम को तथा इस महान मिशन से जुड़े अन्य सभी व्यक्तियों को मेरी बधाई दें। राष्ट्र उनके कठोर परिश्रम के लिए कृतज्ञ है तथा उनकी उपलब्धि पर गर्व है।’’
यह विज्ञप्ति 0810 बजे जारी की गई।